Sunday, August 2, 2020

Transformation : Dusk to Night "Singapore "


Date  05.03.2018 

We reached iconic hotel of Singapore  “Marina Bay Sands Singapore “ in the evening around 5:00 PM. Bought tickets to visit “Sky Park  Observation Deck” located at its Top floor (57th floor) . Boarded a High speed elevator to reach top floor . Reached at Top in blink of eye , I could feel rapid change in air pressure in my ears. 
As soon as we get on to the  deck , we were stunned by the view of Singapore sky line. What a mesmerizing view it was . Endless Bay in one direction having hundreds of boats , ships in its lap . From the distance these ships and boats were looking like toys of a toddler. View of Twin Domes ‘Flower Dome' and ‘Cloud Forest Dome' situated at the shore of bay was amazing. These two fine world class structures are case studies for students of  modern architecture. Just behind these domes Super tree Grove  of ‘Garden By The Bay' were clearly visible. These artificial trees with artificial lights have different swag in dark. At night these Super Trees seems very beautiful from the ground.

Twin Domes ‘Flower Dome' and ‘Cloud Forest Dome'




In just slightly different direction view of another Singapore icon  “Singapore Flyer” also known as Singapore Eye is adding another charm to this man made haven. This giant observation wheel with  glass tube cabins is very popular profile pic background.Elevated road structure just behind the Flyer significantly tells the story of evolution of Civilization.

 “Singapore Flyer”

Group  of tall commercial building structures situated at another shore of bay in other direction were specifying well planned  city infrastructure.

Group  of tall commercial building structures

Just a story up on deck an open air restaurant was delight .Normally this restaurant have different entry from ground floor , but on request we got entry as well as a table with great views from the deck itself. We ordered  Pasta and  Burger with some beverages . With sunset Singapore skyline was entering a new era. Meanwhile our meal was in plates, everything was so delicious, we enjoyed our food and witnessed Transformation of Singapore from day light to night vision. As darkness crawled the view of city was Incredible , Stunning , Mesmerizing , Fantastic, Awesome ……I am short of words here. Beauty at its best ….. can’t explain in words therefore pictures. 

Transformation Begins










Stunning Night View

We beholded that stunning view for at least an hour and finally left the place capturing this beauty in eyes which is still fresh in my mind.

Vikas Loya
Travelers :  Me , my wife Monika and my daughter Sia

Monday, July 27, 2020

ट्रिप टू मॉरीशस - "धरती पर स्वर्ग" (दूसरा दिन) (Mauritius Travelogue In Hindi)


दूसरा दिन (19.03.2019) :

सुबह लिटिल प्रिंसेस सिया ने जगाया । हम दोनों बाहर बरामदे में आकर बैठे। पक्षियों का कलरव कानों में मानो शहद घोल रहा था। नींद धीरे धीरे विदा ले रही थी । सामने एकदम शान्त महासागर मानो वो भी अभी नींद में हो
चाय तैयार थी। हम जब भी बाहर जाते हैं “अप्सरा इंस्टेंट चाय” के सैशे अपने साथ ले जाते हैं । एक कप गर्म पानी में एक सैशे डालो, चम्मच से मिलाओ और बस ख़ुशबूदार, देसी, कड़क चाय तैयार । चाय की चुस्कियों के साथ हम लोग आज की प्लानिंग कर रहे थे।
आज, मॉरीशस के सबसे ख़ूबसूरत आइलैंड “ इले ऑक्स सर्फ्स (Ile Aux Cerfs ) “  घूमने का प्लान तय था। यह आइलैंड अपनी ख़ूबसूरती के साथ ही विभिन्न  वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिये भी प्रसिद्ध है। अगर आप यहाँ जाते हैं तो बार बार भीगने के लिये तैयार रहिये । वस्त्र ऐसे पहनें जो शरीर पर ही जल्द सूख जाएँ। और हाँ एक जोड़ी अतिरिक्त वस्त्र और तौलिया साथ रखना ना भूलें। 
हमारा बैग तैयार था । सुबह 08:00 बजे हमारा पिक-अप तय था । हम फटाफट तैयार होकर ब्रेक-फ़ास्ट के लिये रिसॉर्ट के डेडिकेटेड रेस्त्रां पहुँचे। लाइट ब्रेक-फ़ास्ट के बाद हम लॉबी में थे।  यदि आपको सी-सिकनेस या मोशन सिकनेस है तो अपने डॉक्टर की सलाहनुसार हल्के नाश्ते के बाद मेडिसिन ज़रूर लें । आइलैंड का सफ़र स्पीड बोट से होने वाला है जो आपके  आन्तरिक तरल को उथल पुथल कर देगा। किसी भी स्थान की सुन्दरता उस स्थान के साथ साथ आपके स्वास्थ्य पर भी निर्भर करती है। अगर तबियत नासाज़ हुई तो जन्नत भी जहन्नुम के समान लग सकती है। 


तय समय पर गाड़ी पोर्च में आ चुकी थी। दो और लोगों को दूसरे रिसॉर्ट से लेते हुए ड्राइवर ने हमें मॉरीशस के मध्य पूर्वी तट के विलेज “ट्रॉउ द’एओ डॉउस ( Trou D'eau Douce )” में स्थित एक वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज़ के ऑफिस में छोड़ा। यहाँ हमने “इले ऑक्स सर्फ्स (Ile Aux Cerfs )” आइलैंड ट्रिप और कुछ वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिये भुगतान किया।
यहाँ स्थलों के नाम मॉरीशस के कभी फ्रैंच कॉलोनी रहे होने को बखूबी बयाँ करते हैं।  मॉरीशस पर सन 1715 से 1810 तक फ़्रेंच आधिपत्य रहा है। यहाँ करीब 90 प्रतिशत जनता द्वारा बोली जाने वाली भाषा मॉरिशिअन क्रियोल (Mauritian Creole ) है जो कि फ्रेंच बेस्ड है। 
सबसे पहले हमें “ट्रॉउ द’एओ डॉउस ( Trou D'eau Douce )” के बड़े ही सुन्दर समुद्रतट से एक स्पीड बोट द्वारा अंडर-सी-वॉक बोट स्टेशन पर ले जाया गया । 
“ट्रॉउ द’एओ डॉउस ( Trou D'eau Douce )”  समुद्रतट

जैसे हम ऑक्सीजन मॉस्क पहनकर पानी में उतरे अन्दर का नज़ारा अनुपम , अविस्मरणीय था। एकदम साफ पानी में विचरण करती छोटी छोटी मछलियाँ , सदियों में बनी कोरल संरचना बिल्कुल स्पष्ट दिखाई दे रही थी। इन नयनाभिराम रंगबिरंगी कोरल संरचनाओं को देख कर लग रहा था कि प्रकृति के पास भी अपना कोई महान, अतुलनीय शिल्पकार है। अंडर-सी-वॉक गतिविधि मैंने थाईलैण्ड में भी की है पर ये निश्चित ही अलग और अद्भुत अनुभव था। लिटिल प्रिंसेस के लिये ऐज रिस्ट्रिक्शन के कारण यह एक्टिविटी अलाउड नहीं थी । 


अण्डर वॉटर दृश्य

अण्डर-सी-वॉक

स्पीड बोट द्वारा हमें पुनः तट पर ले जाया गया जहाँ से कार द्वारा एक दूसरे तट पर जहाँ एक बोट आइलैंड जाने के लिये हमारा इंतज़ार कर रही थी।
आइलैंड जाने के लिये दो ऑप्शन में से आप चुनाव कर सकते हैं - 1. सीधे आइलैंड जाना या 2. एक वॉटर फॉल विज़िट करते हुए आइलैंड पहुँचना। दोनों के प्राइस में सिग्निफिकेन्ट अंतर था। यूँ तो हम भारतवासियों के लिये वॉटरफॉल आम बात है पर मैंने कहीं पढ़ा था कि वॉटरफॉल के लिये जाने वाला रास्ता बेहद ख़ूबसूरत है इसलिये हमने दूसरा वाला ऑप्शन चुना। 
और अब हम निकल पड़े थे ,समुद्र फ़िर लैगून से होते एक सुन्दर सी बोट में इले ऑक्स सर्फ्स (Ile Aux Cerfs ) के शानदार सफ़र के लिये। ये रास्ता वाक़ई में बेहद ख़ूबसूरत था। कहीं हरा कहीं नीला पानी , पानी के मध्य में हरी भरी झाड़ियाँ , वॉटरफॉल के पास ऊँची ऊँची चट्टानों का किनारा,  ये अद्भुत नज़ारा मानों उस तुलिकार ने प्रकृति का सारा सौन्दर्य बस यहीं उँड़ेल दिया था। साग़र में हौले हौले विचरण करती कैटम'रैन  बोट्स तो कभी कुलाँचे मारकर भागती हुई स्पीड बोट्स समुद्र के दृश्य को और भी सुन्दर बना रही थी। 

ख़ूबसूरत लैगून



वॉटरफॉल

परफेक्ट बैकग्राउंड

कैटम'रैन बोट 



 इले ऑक्स सर्फ्स (Ile Aux Cerfs ) का शानदार सफ़र

वॉटरफॉल विज़िट के बाद अब हमारी बोट साग़र के मध्य में थी जहाँ दिशाओं में दूर दूर तक बस पानी ही पानी नज़र आ रहा था। सामने थी एक बोट जो एक और एक्टिविटी “बम्पी राइड” के लिये तैयार थी।

“ बम्पी राइड सर्फ़िंग ट्यूब 

 हमारी बोट में सवार अन्य यात्री बारी बारी से राइड ले रहे थे । राइड के दौरान उनकी एक्साइटिंग आवाज़ें, राइड के बाद उनका एकदम एक्सीलेंट वाला रिऐक्शन हमें रोमांचित कर रहा था और हम और बेसब्री से अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे थे। सबसे अन्त में हमारा नम्बर आया। हम तीनों सर्फ़िंग ट्यूब में बैठे। राइड स्टार्ट हुई, एक बड़ा सा राउंड लगा और देखा तो वो बोट जिसमें हम आये थे वो ग़ायब !!! एक तरफ़ बोट में रखे सामान की चिन्ता और दूसरी तरफ़ राइड का मज़ा , अज़ीब सा भावनाओं का मिश्रण हो रहा था, फ़िर सोचा जो होगा देखा जाएगा अभी राइड का आनन्द लेते हैं , शायद  सुबह जो हमारे साथ आये थे वो सामान का ध्यान रख लेंगे। ………….और फ़िर हम इसी ट्यूब में बैठकर किलोमीटर्स दूर आईलैंड के तट पर पहुँचे। हमारी बोट वहीं किनारे पर खड़ी थी और सामान बोट में सुरक्षित था और वो सहयात्री भी हमारा इंतज़ार कर रहे थे। तो इस तरह इस अद्भुत आइलैंड पर हमारी अद्भुत एंट्री जीवनपर्यंत याद रहेगी।
एकदम पारदर्शी हरा पानी और व्हाइट महीन सैंड …….इस आइलैंड के बारे में जितना सुना था उससे बढ़कर सुन्दर पाया।

इले ऑक्स सर्फ्स (Ile Aux Cerfs )

अब हम लोग अपनी आज की अंतिम एक्टिविटी “पैरासेलिंग” के लिये जा रहे थे।  एक छोटी बोट से हमें पैरासेलिंग स्टेशन पर पहुँचाया गया। पैराशूट से नीचे साग़र का दृश्य एकदम शानदार दिख रहा था। पारदर्शी हरे तटीय साग़र और गहरे नीले साग़र की मिलन रेखा स्पष्ट दिखाई दे रही थी। इस सौन्दर्य का शब्दों में वर्णन सम्भव ही नहीं है। 

पैरासेलिंग स्टेशन और पारदर्शी हरा साग़र



पैरासेलिंग

पैरासेलिंग के बाद हम लोग पुनः आइलैंड पर थे । पानी में कुछ मस्ती , और यहाँ स्थित रेस्त्रां में कुछ खाने पीने के बाद अब लौटने की बारी थी। शाम को 4:00 बजे के बाद यहाँ किसी को रुकने की अनुमति नहीं है । हम अपनी उसी बोट में सवार हुए और इस अप्रतिम सौन्दर्य को आँखों में भर लौट चले रिसॉर्ट की ओर।………………..


विकास लोया







Thursday, July 23, 2020

ट्रिप टू मॉरीशस - "धरती पर स्वर्ग" (पहला दिन) (Mauritius Travelogue In Hindi)

पहला दिन (18.03.2019)
इस बार घूमने के लिये जिस पर्यटन स्थल का चुनाव हुआ वो था मॉरीशस । प्रसिद्ध अमेरिकी लेखक मार्क ट्वैन ने मॉरीशस के बारे में कहा था कि “भगवान ने पहले मॉरीशस बनाया फिर स्वर्ग और स्वर्ग को मॉरीशस की नकल कर बनाया गया।“ 



दक्षिणी गोलार्द्ध पर हिंदमहासागर में स्थित अफ्रीकीय महाद्वीप का यह छोटा सा द्वीप देश वाक़ई में बेहद ख़ूबसूरत है। मार्क ट्वैन की बातों में कोई अतिशयोक्ति नहीं है, इसका अहसास हमें मॉरीशस की धरती पर कदम रखते ही हो गया था। 
समय की उपलब्धता और अनुकूलता को देखते हुए घूमने का समय निश्चित हुआ मार्च। जाने वाले थे हम तीन लोग – मैं विकास, मेरी पत्नी मोनिका और लिटिल प्रिंसेस सिया ।
तुरन्त ही हमारी वर्षों की विश्वसनीय ट्रैवेल एजेंसी की मदद से टिकट्स और होटेल बुकिंग्स को लॉक किया गया। अब उत्साह और शॉपिंग दोनों चरम पर थे। जैसे जैसे जाने की तारीख नज़दीक आ रही थी, एक अजीब सी, मीठी सी बैचेनी अलग ही स्तर पर जा रही थी। 
18 मार्च,2019 को मुम्बई छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल-2 से भारतीय समयानुसार तकरीबन प्रातः 06:30 बजे की एयर मॉरिशस की हमारी फ़्लाइट थी इसलिये हम लोग एक दिन पूर्व शाम को ही इंदौर से मुम्बई पहुँच गए थे। प्रातः 03:20 बजे जब हम एयरपोर्ट पहुँचे तो वहाँ का नज़ारा  देश के इस व्यस्ततम एयरपोर्ट को बिल्कुल चरितार्थ कर रहा था। चेक-इन, सिक्युरिटी चेक और इमीग्रेशन के बाद अब हम लोग विमान में थे। 
एयर मॉरिशस के इस विमान का इकोनॉमी क्लास सीटिंग अरेंजमेंट भी सुविधाजनक था । 6 घण्टों का यह सफ़र काफ़ी आरामदायक रहा। यात्रा के दौरान हमें फ्लाइट यूटिलिटी किट और समय समय पर ब्रेक फ़ास्ट , बेवरेजेज और स्वादिष्ट लंच सर्व किया गया। लिटिल प्रिंसेस के लिये एक स्पेशल सरप्राइज़ गिफ़्ट ने थकी हुई सिया को भी खिलखिला दिया था। 

एयर मॉरीशस - इकॉनमी क्लास

मॉरीशस, भारत के पश्चिम में स्थित है और मॉरीशस का समय भारतीय समय से डेढ़ घण्टा पीछे है। वहाँ के समयानुसार तकरीबन प्रातः 11:00 बजे हम लोग मॉरीशस की भूमि पर थे। लैंडिंग की प्रक्रिया के दौरान विमान से नीचे दिखने वाला गहरे नीले समुद्र में छोटे छोटे द्वीपों का नयनाभिराम दृश्य अभी भी मष्तिष्क में ताज़ा है। 
मॉरीशस एयरपोर्ट पर प्रवेश करते ही हमें अहसास हो गया था कि मॉरिशस भारत के बाहर एक औऱ भारत है। यहाँ की तक़रीबन 52 प्रतिशत जनता भारतीय मूल की है। इमिग्रेशन और अन्य फॉर्मेलिटीज के बाद करीब दोपहर 12:00 पर हम एयरपोर्ट के बाहर थे जहाँ ड्राइवर एक बड़ी सी गाड़ी के साथ हमारा इंतज़ार कर रहा था। कम्युनिकेशन के लिये हमने सिमकार्ड भारत से ही ले लिया था। एयरपोर्ट से होटल तक का ट्रान्सफर भी हमने ट्रेवल एजेंट के जरिये पहले ही बुक कर लिया था। यूँ तो मॉरिशस का प्रसार केवल 65 किमी लम्बाई  और 45 किमी चौड़ाई में है । इसका भू क्षेत्रफल मात्र 1865 वर्ग किमी है जो देहली ( 1484 वर्ग किमी ) से थोड़ा ही बड़ा है औऱ जनसंख्या है मात्र करीब 13 लाख। यहाँ पब्लिक ट्रांसपोटेशन उतने सुगम नहीं है। यहाँ कोई रेल नेटवर्क भी नहीं है। और यहाँ सारे टूरिस्ट स्पॉट्स दूर दूर हैं इसलिये मेरी सलाह में यहाँ घूमने के लिये ट्रांसपोर्ट पहले से ही सुनिश्चित करके जाना चाहिये।
……तो हम उस बड़ी सी गाड़ी में अपने रिसोर्ट जाने के लिये सवार हुए। अभी तक हम स्वाभाविक रूप से ड्राइवर से अंग्रेज़ी में ही कम्युनिकेशन कर रहे थे पर गाड़ी में बैठते ही अहसास हुआ कि ड्राइवर बहुत अच्छी हिन्दी बोलता है। जिज्ञासा हुई, पूछने पर पता चला कि मॉरीशस में स्कूलों में हिंदी भाषा पढ़ाई जाती है। मैं हिंदीभाषी हूँ तो ये मेरे लिये गर्व की अनुभूति थी। हम बातें करते हुए रिसोर्ट की ओर बढ़ते जा रहे थे। चारों ओर हरे हरे गन्ने के खेत ,पीछे  छोटे छोटे पहाड़ , बीच बीच में पैकेट्स में छोटी छोटी बसावट, प्रदूषणमुक्त वातावरण , गहरे  नीले आसमान पर झक सफेद बादलों का विचरण आदि अनुभूति दे रहे थे कि यदि स्वर्ग है तो ऐसा ही तो कुछ होगा। और अभी तो हमने इस कोरल आइलैंड के मुख्य आकर्षण यहाँ के सुन्दर समुद्र तटों के दर्शन भी नहीं किये थे। और करीब दोपहर 01:15 पर हम रिसॉर्ट में थे।


एयरपोर्ट से रिसॉर्ट जाते समय एक दृश्य


यात्रीगण


The Westin Turtle Bay Resorts and Spa Mauritius


" द वेस्टिन टर्टल बे रिसॉर्ट एंड स्पा " - मॉरीशस के उत्तर – दक्षिण समुद्र तट पर टर्टल बे के मुहाने पर स्थित यह विशाल रिसॉर्ट अपने आप में सम्पूर्ण हॉलीडे डेस्टिनेशन है। अगर आपका उद्देश्य प्रकृति की गोद में विश्राम करते हुए छुट्टियाँ मनाना है तो ये आपके लिये एकदम परफेक्ट स्थान है।…………प्रवेश के साथ ही हम तीनों के मुँह से एक साथ निकला “वाह”। ग्रैंड लॉबी और सामने हिंदमहासागर। 

ग्रैंड लॉबी 

                           
 और सामने हिंदमहासागर 

मन सोच रहा था कि इससे बढ़िया शायद ही कुछ हो सकता था। चेक-इन टाइम दोपहर 03:00 बजे था, हमें अलॉट हुआ रूम अभी तैयार किया जा रहा था, तो 20 मिनिट  में चेक-इन की कागज़ी फॉर्मेलिटीज कर और रिसॉर्ट की फैसिलिटीज एवं गतिविधियाँ समझ हम लोग कुछ पेटपूजा के लिये रिसॉर्ट के एक कैफ़े में चले गये।

सी-फेसिंग कैफ़े

क़रीब 03:00 बजे जब हम पुनः लॉबी में पहुँचे, स्टॉफ हमारा इंतज़ार कर रहा था। एक गोल्फकार्ट में हमें हमारे रूम तक एस्कॉर्ट किया गया। जैसे ही हमने रूम में प्रवेश किया और परदे हटाये सारी थकान एकदम काफ़ूर। ग्राउंड फ्लोर का रूम, स्टेट ऑफ आर्ट इंटीरियर, पूरा फ्रण्ट ग्लास डोर। ग्लास डोर के बाहर बरामदा, फ़िर बड़ा सा गार्डन, गार्डन में नारियल के वृक्ष जिनके बीच हेमोक बंधे हुए, गार्डन के पार बीच और फिर अन्तहीन नीला समुद्र। ये उम्मीद से कहीं बढ़कर था। बिस्तर पर बैठकर हिन्दमहासागर को निहारते कब नींद ने अपने आगोश में ले लिया पता भी नहीं चला। 

सी -फेसिंग रूम


लैविश बाथरूम

गार्डन और नारियल के वृक्ष (बरामदे से व्यू)



बीच औऱ अन्तहीन हिंदमहासागर

तकरीबन दो घण्टे विश्राम के बाद हम तीनों तैयार थे बीच पर घुमते हुए सूर्यास्त का अप्रतिम नज़ारा देखने के लिये। सूरज के साग़र में समा जाने के बाद क्षितिज की लालिमा प्रकृति के सौन्दर्य का एक अलग ही अद्भुत नज़ारा प्रस्तुत कर रही थी जिसे शब्दों में बयाँ कर पाना मुश्किल है।



सूर्यास्त का नज़ारा

सूर्यास्त के पश्चात गहन शान्ति

सूर्यास्त के पश्चात कृत्रिम प्रकाश में रिसॉर्ट का सौंदर्य अपने चरम पर था। कुछ फोटोग्राफी करते हुए अब हम लोग रिसॉर्ट के ही एक सी-फेसिंग मल्टी कुज़िन रेस्त्रां में डिनर के लिये चल दिये। वैसे इस रिसॉर्ट में एक भारतीय कुज़िन रेस्त्रां “ कंगन ” भी है जिसका सचित्र वर्णन मैं किसी और दिन करूँगा।………





कृत्रिम प्रकाश में रिसॉर्ट का सौंदर्य

हिंदमहासागर को निहारते हुए डिनर शायद जिह्वा के स्वाद को भी कई गुना बढ़ा देता है, और स्वाद उदर अग्नि को। डिनर के बाद कदम अपने रूम की तरफ़ बढ़ रहे थे जो रूम के बाहर गार्डन में हेमोक देख रुक गए। हेमोक की गोद से प्रदूषणशून्य नीले आसमान में तारों का स्पष्ट दर्शन, लग रहा था कि मैं स्वर्ग के बहुत नज़दीक हूँ। समुद्र की इन ठंडी ठंडी बयारों का मुकाबला भौतिकवादीयुग के ये एयरकंडिशनर किसी हालात में नहीं कर सकते। चलिये बहुत रात हो चुकी है। सुबह फिर मिलते हैं। शुभ रात्रि !!!

विकास लोया



Transformation : Dusk to Night "Singapore "

Date  05.03.2018  We reached iconic hotel of Singapore  “Marina Bay Sands Singapore “ in the evening around 5:00 PM. Bought tickets to visit...